भारत के पूर्व फुटबॉलर सुभाष भौमिक का लंबी बीमारी के बाद 22 जनवरी 2022 को निधन हो गया. सुभाष भौमिक मधुमेह समेत गुर्दे के रोग से पीड़ित थे. वे 72 साल के थे. पूर्व भारतीय मिडफील्डर सुभाष भौमिक साल 1970 में एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली टीम के सदस्य थे.
वे पिछले लगभग साढ़े तीन महीने से नियमित रूप से डायलिसिस से गुजर रहे थे. लगभग 23 साल पहले उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई थी. उन्हें हाल में छाती में संक्रमण के कारण इकबालपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उन्होंने संन्यास लेने के बाद कोचिंग में अपना करियर आगे बढ़ाया.
सुभाष भौमिक के बारे में
वे पहले मोहन बागान के साथ कोच के रूप में जुड़े और फिर ईस्ट बंगाल के सबसे सफल कोच बने. उनके कोच रहते हुए ईस्ट बंगाल ने साल 2003 में आसियान कप का खिताब जीता था.
उनके मार्गदर्शन में ईस्ट बंगाल ने राष्ट्रीय लीग के खिताब जीते. वे इसके बाद जब तकनीकी निदेशक के रूप में चर्चिल ब्रदर्स से जुड़े तो उन्होंने यही सफलता इस टीम के साथ भी दोहरायी.
कोलकाता मैदान का उन्हें ‘जोस मारिन्हो’ कहा जाता था. उन्होंने 19 साल की उम्र में राजस्थान क्लब से अपने करियर की शुरुआत की. इस राइट विंगर ने ‘ड्रिबलिंग’ ने अपने कौशल के वजह से एक दशक तक राष्ट्रीय फुटबॉल में अपना दबदबा बनाये रखा.
Do Check out our 100 Phrasal Verbs in English Article
वे ईस्ट बंगाल में एक सत्र बिताने के बाद मोहन बागान से जुड़ गये थे जहां उन्होंने तीन साल बिताये. इसके बाद वे फिर से ईस्ट बंगाल से जुड़ गये थे.
वे एशियाई खेल साल 1970 में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे. उन्होंने एशियाई खेल साल 1974 में भी देश का प्रतिनिधित्व किया था.
उन्होंने साल 1971 में मर्डेका कप में फिलीपीन्स के खिलाफ हैट्रिक बनायी थी. उनका करियर विवादों से भी घिरा रहा. उन्हें साल 2005 में रिश्वत के मामले में दोषी पाये जाने के बाद गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था.
उन्होंने भारतीय फुटबाल टीम की ओर से 69 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 50 गोल दागे. उन्होंने 19 साल की छोटी सी उम्र से पेशेवर फुटबॉल खेलना शुरू किया था. वे ईस्ट बंगाल से अपनी करियर की शुरुआत की थी.